Allama Iqbal Urdu Shayari इकबाल पाकिस्तान का जनक बन गए क्योंकि वह “पंजाब, उत्तर पश्चिम फ्रंटियर प्रांत, सिंध और बलूचिस्तान को मिलाकर एक राज्य बनाने की अपील करने वाले पहले व्यक्ति थे”

जुगनू की रौशनी है काशाना-ए-चमन में
या शम्अ’ जल रही है फूलों की अंजुमन में

छोटे से चाँद में है ज़ुल्मत भी रौशनी भी
निकला कभी गहन से आया कभी गहन में

allama-iqbal

आया है आसमाँ से उड़ कर कोई सितारा
या जान पड़ गई है महताब की किरन में

या शब की सल्तनत में दिन का सफ़ीर आया
ग़ुर्बत में आ के चमका गुमनाम था वतन में

भारत के विभाजन और पाकिस्तान की स्थापना का विचार सबसे पहले इक़बाल ने ही उठाया था Allama Iqbal Urdu Shayari 1930 में इन्हीं के नेतृत्व में मुस्लिम लीग ने सबसे पहले भारत के विभाजन की माँग उठाई इसके बाद इन्होंने जिन्ना को भी मुस्लिम लीग में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और उनके साथ पाकिस्तान की स्थापना के लिए काम किया

तक्मा कोई गिरा है महताब की क़बा का
ज़र्रा है या नुमायाँ सूरज के पैरहन में

हुस्न-ए-क़दीम की इक पोशीदा ये झलक थी
ले आई जिस को क़ुदरत ख़ल्वत से अंजुमन में

इक़बाल में हमें सिर्फ़ इसलिए दिलचस्पी नहीं है क्योंकि वो पहले कवि थे जिन्होंने न केवल पहली बार ये जानने-समझने की कोशिश की कि मुसलमानों के दिल-वो-दिमाग़ में क्या चल रहा है, बल्कि इसलिए भी है