आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आक़ा तुम्हारी रह़मत बड़ी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
ख़स्ता ज़िगर हैं, हम बे-ख़बर हैं
नज़रे-करम हो, हम दर-ब-दर हैं
आँखों से नदीयाँ बहने लगी हैं
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
दिल में है घाव, टूटी है नाव
अब तो बचाओ, मुज़्दा सुनाओ
मुद्दत से मुझ को ख़्वाहिश बड़ी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
शैख़ैन प्यारे, हसनैन प्यारे
हम्ज़ा के सदक़े, ज़हरा के सदक़े
इतना बता दो कब हाज़री है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
दिल का दिया अब बुझने लगा है
साँसों से रिश्ता कटने लगा है
चौख़ट तुम्हारी बस ज़िन्दगी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
आँसू रवां हैं, तिशना-लबी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा
तेरा उजागर, घर से निकल कर
त़यबा नगर में पहुंचे ये उड़ कर
कोई सलीका ना बन्दग़ी है
दर पर बुलालो ज़हरा के बाबा