न मन बेहूदः गिर्द-ए-कूच-ओ-बाज़ार मी-गर्दम
मज़ाक़-ए-आशिक़ी दारम पय-ए-दीदार मी-गर्दम
ख़ुदाया रहम कुन बर मन परेशाँ वार मी-गर्दम
ख़ता-कारम गुनह-गारम ब-हाल-ए-ज़ार मी-गर्दम
शराब-ए-शौक़ मी-नोशम ब-गिर्द-ए-यार मी-गर्दम
सुख़न मस्तानः मी-गोयम वले हुश्यार मी-गर्दम
हज़ाराँ ग़ोत:-हा ख़ूर्दम दरीं दरिया-ए-बे-पायाँ
बरा-ए-गौहर-ए-मा’नी ब-दरिया क़अर मी-गर्दम
गहे ख़ंदम गहे गिर्यम गहे उफ़्तम गहे ख़ेज़म
मसीहा दर दिलम पैदा व मन बीमार मी-गर्दम
बया जानाँ इनायत कुन तू ‘मौलाना-ए-‘रूमी‘ रा
ग़ुलाम-ए-‘शम्स-तबरेज़म’ क़लंदर-वार मी-गर्दम