tamannah dard-e-dil ki by: admin In Allama Iqbal, Shayari तमन्ना दर्द-ए-दिल की हो तो कर ख़िदमत फ़क़ीरों की नहीं मिलता ये गौहर बादशाहों के ख़ज़ीनों में